Deewar Mein Ek Khidki Rahti Thi । दीवार में एक खिड़की रहती थी [ साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत उपन्यास ]
M**U
loved the story
gifted someone, really happy.
P**R
The Best hindi novel in this decade.
Hind Yugm Prakashan ( स्वामित्व और संपादन Shailesh Bharatwasi ) द्वारा प्रकाशित यह कृति न केवल समकालीन हिंदी उपन्यास के मानकों को पुनर्परिभाषित करती है, बल्कि पाठकीय अनुभूति को भाषा के पार सहेजने का दुर्लभ प्रयास भी है।अल्प समय में सातवें संस्करण तक इसका पहुँचना इस बात का संकेत है कि पाठक शब्दों की भीड़ में इस तरह की एकांत, धीमी और पारदर्शी आवाज़ की तलाश में हैं।इस उपन्यास के पहले पृष्ठ पर दी गई कविता — “अनगिन से निकलकर एक तारा था…” — किसी भूमिका की तरह नहीं, समूचे कथानक की धड़कन के रूप में उपस्थित है। यह कविता जैसे उपन्यास का अवचेतन है, जो पाठक को संकेत देती है कि आगे जो पढ़ा जाएगा, वह दृश्य संसार से अधिक सूक्ष्म, संवेदनशील और आंतरिक होगा।लेखन में एक खास तरह की पारदर्शिता है — जैसे भाषा स्वयं से पीछे हट जाए और भाव अपने शुद्धतम रूप में उभर आए। पात्र अपनी उपस्थिति के लिए किसी कथात्मक संघर्ष पर निर्भर नहीं रहते, वे ऐसे जीवित छायाचित्र हैं जो पाठक की चेतना में धीरे-धीरे उतरते हैं। एकांत, स्मृति, चुप्पी और स्वप्न की लहरों पर यह रचना तैरती है, जिसमें पाठक की अपनी थकान और ठहराव भी घुल जाते हैं।प्रचलित आलोचना के ढाँचे इस उपन्यास को मापने में असहाय प्रतीत होते हैं। वर्ग, राजनीति या वैचारिक घोषणाओं से परे, यह कृति एक ऐसे साहित्य का उदाहरण है जहाँ संवेदना ही प्रतिरोध बन जाती है, और सौंदर्य, संघर्ष का अप्रकट रूप।“दीवार में एक खिड़की रहती थी” एक ऐसी रचना है जो पढ़ी नहीं जाती, भीतर गूंजती है — जैसे कमरे में अचानक खुली कोई खिड़की, जिससे बाहर की नहीं, भीतर की हवा प्रवेश करती है।Sushil Kumar
R**A
Book is good, packaging is bad
Well written and renowned book. Must read.Dear amazon please use plastic packaging or use a polybag inside, its rainy season the delivery was a book in a paper package. Dont mess with my delivery
G**I
बात कहने का अपना एक निराला ढंग
बहुत ही सराहनीय किताब, जो शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है और इस के लेखक के लिए आदर भाव है
A**
Amazon Packaging must improve their packaging
The book's condition is good but packaging thaks to the delivery associate but packaging could be improved just a simple paper wrap is not worth somtimes the book gets damaged it happened with me last time.talking about the writer i would say just read him
A**H
nice book
Bahut hi achchi book hai, sabko ek baar jarur padni chahiye. Is book se bahut kuch sikhne ko mila hame.
A**R
Mast
Bahut badhiya,, sabko padni chahiye
A**R
Third grade pages
Very bad quality pages we can get the same for 50 rs at CP delhi footpath
Trustpilot
1 month ago
2 weeks ago